श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के दिनांक 4 अक्टूबर 2020 को आहूत एक दिवसीय अधिवेशन (जिसकी सूचना अगस्त तथा सेप्टेम्बेर 2020 अंक में "चतुर्वेदी चन्द्रिका" मे प्रकाशित की गयी थी ) , प्रातः 10.30 बजे से केवल डिजिटल प्रारूप में ही सम्पादित किया जावेगाl Digital link की सूचना chaturvedimahasabha.in के माध्यम से भी दी जा रही है। समाज के सम्मानित बाँधव , ज़ो भी इस online अधिवेशन में शामिल होना चाहतें है , उन्हें अवश्य ही ४ October २०२० को प्रातः १० बजे से निम्नांकित लिंक पर live webinar क़े लिए registration या पंजीकरण करना होगा । पंजीकरण के लिए नाम , शहर का नाम , mobile number, email id (अगर है ) को निम्न लिंक पर अग्रेषित ( upload) करना होगा। Live Webinar URL http://www.digital-infomedia.com/livewebinar/ कार्यक्रम का विस्तृत विवरण निम्न है : 4 अक्टूबर - 10.30 से 12.30 बजे तक अधिवेशन प्रथम सत्र: केवल महासभा सदस्यों के लिए अधिवेशन द्वितीय सत्र: दोपहर 2 बजे से 4 बजे महाधिवेशन सभी बांधवों के लिए खुला मंच * सांय 4 से 5 बजे नवगठित कार्यकारिणी - प्रथम बैठक मुनींद्र नाथ चतुर्वेदी सचिव कार्यवाहक सलाहकार मंडल सम्पर्क दूरभाष 9871270559 ज्ञानेंद्र चतुर्वेदी सदस्य कार्यवाहक सलाहकार मंडल 93122 46193
सन १८५७ के संग्राम के पश्चात देश में साहित्य , संस्कृति शिक्षा विधान एवं कला कौशल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए नव जागरण हुआ। हमारे पूर्वज भी पीछे नहीं रहे। जातीय चेतना जागृत करने का प्रथम श्रेय इटावा के चौबे जगन्नाथ जी (१८२०-१९०२) को है। वे मैनपुरी के जिला स्कूल में संस्कृत के अध्यापक नियुक्त हुए। वहां उन्होंने दम्मी लाल मिश्र (१८५६-१९०२) के सहयोग से जातीय सुधार लाने के उद्देश्य से सन १८७३ में बैठक आरम्भ की।
कलकत्ता में सन १८९० में (फागुन सुदी तेरस सम्वत १९४७ ) रवि वार को राजा कटरा में सभा का आयोजन हुआ उसमे गांव सदस्य का नेतृत्व इस प्रकार हुआ
महासभा माथुर चतुर्वेदी समाज के सदस्यों के सांस्कृतिक , आर्थिक , सामाजिक विकास के लिए पिछले १०० वर्षों से कार्यरत है। इस संस्था की सर्वोच्च निर्णायक समिति का चयन सदस्यों द्वारा मतदान से किया जाता है। इसका कार्यकाल २ वर्ष का होता है। विभिन्न नगरों में गठित चतुर्वेदी समाज की सभायें इस महासभा से सम्बद्ध हो कर इसके घोषित उद्देश्यों के लिए कार्य करती हैं. सामान्यतः प्रत्येक तिमाही में इसके कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक होती है जहाँ एकत्रित सदस्यों के मतानुसार सामाजिक कार्क्रमों का निर्धारण किया जाता है।
Shri Mathur Chaturvedi Mahasabha , The Umbrella organization governing affairs of Mathur Chaturvedi community through a Democratically elected body Called Chaturvedi Mahasabha is now getting closer to its members through this App.
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन
श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन कवि सम्मलेन का सफल आयोजन